बम को कभी ऐसे डिफ्यूज करते देखा है
आगरा
अगर आपको किसी पब्लिक लाइब्रेरी की सीढ़ियों पर एक देसी बम मिले तो आप क्या करेंगे? मंगलवार को उत्तर प्रदेश के आगरा में दो पुलिसवाले इसी परिस्थिति में फंस गए। लेकिन ऐसे हालात में इन पुलिसवालों ने जो किया उसे देखकर आसपास के लोगों को हैरानी होने लगी। लोग समझ नहीं पा रहे थे कि वे इन पुलिसवालों की हिम्मत की दाद दें या फिर इनकी बेवकूफी पर अफसोस जतायें। इन दोनों पुलिसवालों ने पहले एक कंटेनर में पानी भरा और फिर बम को फटने से बचाने के लिए उसमें डुबो दिया।
इसके बाद भी पुलिसवाले आश्वस्त नहीं हुए कि बम पूरी तरह से खराब हो चुका है और अब यह नहीं फटेगा। पूरी तसल्ली करने के लिए उन्होंने उस बम पर ईंट और लकड़ी से पीटना शुरू कर दिया ताकि वह क्षत-विक्षत हो जाए। इसके बाद वे दोनों बैठकर बम को किसी सुरक्षित स्थान पर ले गए।
इस बाबत आगरा के एसएसपी राजेश मोडक ने माना कि पुलिसवालों ने 'समझदारी से काम नहीं लिया।'
मंगलवार दोपहर करीब तीन बजे नागरी पचारिणी पुस्तकालय इलाके में उस समय हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया जब स्थानीय लोगों की नजर वहां रखे देसी बमों पर पड़ी। इससे इलाके में डर का माहौल फैल गया क्योंकि उस समय लाइब्रेरी पाठकों से भरी पड़ी थी। इसके साथ ही करीब ही एक प्राइमेरी स्कूल में सैकड़ों की तादाद में बच्चे भी मौजूद थे।
ऐसे में दो पुलिसवाले करीब के गोकुलपुरा थाने से मौके पर पहुंचे। सबसे पहले उन्होंने लोगों बम से उचित दूर हटने को कहा। इसके बाद उन्होंने बम को लकड़ी से पीटा। एक पुलिसवाले ने अपने पैरों से बम पर पीटा।
इसके बाद पुलिस वालों ने लोगों से एक बाल्टी में पानी भर कर लाने को कहा। उन्होंने बम को पानी में यह सोचकर डाला कि अब यह खराब हो जाएगा लेकिन भीड़ में से किसी ने कहा कि अगर बम पानी में फट गया तो क्या होगा। इस पर पुलिसवाले उस बम को ईंट-पत्थर से पीटने लग गए। जब उन्हें पूरी तरह यकीन हो गया कि अब बम पूरी तरह नष्ट हो चुका है वे बम को मोटरसाइकिल पर लेकर रवाना हो गए। बम निरोधक दस्ते को इस सबके बाद फोन किया गया।