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Saturday, 14 March 2015


बर्गर खाने के चक्कर में कहीं आप मानव मांस तो नहीं खा रहे
यह दिल दहला देने वाली खबर आपकी आंखें खोल देगी
अगली बार जब आप मैक डोनाल्ड रेस्तरां में बैठकर बीफ हैमबर्गर खा रहे हों तो एक बार ये जरूर सोच लीजिएगा कि कहीं आप मानव मांस तो नहीं खा रहे हैं. ये खबर अविश्वसनीय लग सकती है, पर एक रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका के ओक्लाहोमा शहर में स्थित मैक डोनाल्ड की मीट फैक्ट्री में मानव मांस पाए गए हैं. मानव मांस के अलावा इस फैक्ट्री के फ्रीजर में घोड़े के मांस भी मिले हैं.
मैक डोनाल्ड का ट्रैक रिकॉर्ड पहले भी अच्छा नहीं रहा है. उसपर कई तरह के गंभीर आरोप लगते रहे हैं. अभी हाल ही में इस बहुराष्ट्रीय कम्पनी के चीन स्थित कुछ रेस्तरां में बासी मांस प्रयोग करने की खबर आई थी. आज भी मैक डोनाल्ड द्वारा अपने कई उत्पादों में ऐसे घटकों का प्रयोग किया जाता है जो रहस्यमयी हैं. कोई नहीं जनता कि इन पदार्थों के स्रोत क्या हैं.
कुछ दिन पहले मैक डोनाल्ड के एक कर्मचारी का ऑडियो रिकॉर्डिंग सामने आई थी जिसमें वह स्वीकार कर रहा है कि अपने 100 प्रतिशत बीफ हैमबर्गर में मैक डोनाल्ड फिलर के रूप में मानव मांस का प्रयोग करता है. इसके अलावा केंचुए का मांस भी मैक डोनाल्ड द्वारा फिलर के रूप में प्रयोग किया जाता है.

ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक़ खाद्य इंस्पेक्टरों द्वारा ओक्लाहोमा शहर के मीट फैक्ट्री में इंसान और घोड़े के मांस पाए गए हैं. उन ट्रकों में भी मानव मांस पकड़ा गया है जो मैक डोनाल्ड के विभिन्न रेस्तरां में पेटिस सप्लाई करने जा रहे थे.
कई रिपोर्टो का कहना है कि खाद्य अधिकारियों ने पूरे अमेरिका के मैक डोनाल्ड रेस्तरां का मुआयना किया और लगभग 90 प्रतिशत रेस्तरां में इंसानी मांस पाया. जबकि घोड़े का मांस 65 प्रतिशत रेस्तरां में पाया गया है.
लॉयड हैरिसन नाम के एक एफबीआई एजेंट ने हज्लर के रिपोर्टर को बताया कि, “सबसे चिंताजनक बात ये है कि सिर्फ मानव मांस ही नहीं बल्कि बच्चों के मांस पाए गए हैं. अमेरिका भर के मैक डोनाल्ड की फैक्ट्रियों के निरक्षण के दौरान जितने छोटे शरीर के अंग पाए गए हैं वे किसी व्यस्क के नहीं हो सकते हैं. यह वाकई भयानक है.”
मैक डोनाल्ड के उपभोक्ता कंपनी से जवाब मांग रहे हैं. आखिर कितने समय से वह अपने उत्पादों में मानव मांस का प्रयोग कर रही है? वे बच्चे कहां से आए जिनका मांस कंपनी की फक्ट्रियों में मिला है? क्या वे फक्ट्रियों में मृत अवस्था में ही लाए गए थे? उपभोक्ताओं को उम्मीद है कि जांच एजेंसियां सघन और निष्पक्ष जांच करेंगी और इन सभी सवालों के जवाब ढूंढ़ निकाल लेगी.

मानव मांस खाने का प्रचलन हजारों साल पुराना है और यह आज भी प्रचलन में है. 2013 में उत्तर कोरिया में एक व्यक्ति को भोजन के लिए अपने बच्चों की हत्या करने के आरोप में मौत की सजा दी गयी थी. कई ऐसी जनजातियाँ हैं जिनकी परंपरा में मानव मांस खाना शुमार है. पर आधुनिक समाज में मानव मांस खाने वाले को मानसिक रूप से बीमार ही कहेंगे.
यह सोचने वाली बात है कि मैक डोनाल्ड अमेरिका जैसे देश में जहां खाद्य वस्तुओं की सुरक्षा और गुणवत्ता के मानक इतने ऊँचे हैं और उनका कड़ाई से पालन भी किया जाता है वंहा ऐसे खेल कर सकती है तो फिर भारत जैसे देश में क्या गुल खिलाती होगी इस अंदाजा होना चाहिए आपको. यहां खाद्य वस्तुओं के सुरक्षा मानक और उसे लागू करवाने वाला तंत्र कितना लचर है यह बताने की जरुरत नहीं है1 जागरण

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