
मुख्यमंत्री का बसपा सुप्रीमो को करारा जवाब, कहा- माया की किसी भी योजना की कापी नहीं की
लखनऊ। मुख्यमंत्री अïखलेश यादव ने पूर्व मुख्यमंत्री मायावती को करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि साइकिल चलाना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है और मायावती को चाहिए कि साइकिल छोड़ मुद्दे की राजनीति करें। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि उनकी सरकार मायावती की किसी भी योजना की कापी नहीं कर रही है।
मुख्यमंत्री ने आज प्रान्तीय चिकित्सा सेवा संघ के सम्मेलन में यह बातें कहीं। उन्होंने कहा कि अच्छा काम न करने की वजह से ही जनता ने उन्हें सत्ता से बाहर किया था। इसके पूर्व के.डी.सिंह बाबू स्टेडियम में नेशनल साइकिलिंग चैम्पियनशिप-2015 प्रतियोगिता की शुरुआत करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि पिछली सरकार के समय जब उन्होंने दिल्ली से आगरा तक साइकिल रैली का आयोजन किया था तो उन्हें हाईवे पर चढऩे से पुलिस लगाकर रोका गया था। उन्होंने कहा कि साइकिल को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार काफी प्रयास कर रही है और साइकिल के प्रति जनता में जागरूकता बढ़ी है। पहली बार जब सैफई में साइकिल रैली का आयोजन किया गया था तो काफी कम लोग शामिल हुए थे। राजधानी में करीब 15 साल बाद आयोजित की गई नेशनल साइकिलिंग चैंपियनशिप-2015, लखनऊ के बैनर तले रविवार को साइकिल रेस का आयोजन किया गया था। एक घंटे 41 मिनट साइकिल चलाकर पंजाब के अमरजीत सिंह इसके विजेता बने। इंडियन एयरफोर्स के मंजीत ने नेशनल साइकिलिंग में दूसरा स्थान हासिल किया। मुख्यमंत्री अखिलेश ने अमरजीत को एक लाख रुपए और मंजीत को 60 हजार रुपए कैश प्राइज देकर सम्मानित किया। इस दौरान अखिलेश ने कहा कि साइकिल से फिटनेस रहती है। दुनिया भर में साइकिल चलाई जाती है, लेकिन इस पर बहुत ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाता। उन्होंने कहा कि यहां साइकिल प्रतियोगिता हुई है। आगे भी ऐसी प्रतियोगिता करते रहेंगे। उन्होंने प्रतियोगिता में आने वाले नौजवानों का शुक्रिया अदा किया।
लोगों में जमकर हुई छीना झपटी
नेशनल साइकिलिंग चैंपियनशिप बड़ी आपाधापी की भेंट चढ़ गई। यहां केडी सिंह बाबू स्टेडियम में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की मौजूदगी तक तो सब ठीक था, लेकिन उनके जाते ही यहां सर्टिफिकेट पाने को आराजकता की स्थिति बन गई। केडी सिंह बाबू स्टेडियम के भीतर तथा बाहर सर्टिफिकेट लेने की होड़ में लोगों में जमकर छीना झपटी हुई। यह सर्टिफिकेट भी मुख्य रेस के न होकर रन फॉर ऑल के थे।