जौनपुर:। परिषदीय व माध्यमिक विद्यालयों का नया शिक्षण सत्र बुधवार से शुरू हुआ। इसके चलते विद्यालयों में चहल-पहल बढ़ गई है, वहीं पहले ही दिन विद्यालयों में अव्यवस्था दिखी। कहीं बच्चों के हाथों में किताबें नहीं थी तो कहीं शिक्षक नहीं रहे। पुरानी किताबें मांगकर कुछ विद्यालयों में बच्चों को वितरित की गईं। लोगों की यहीं टिप्पणी रही कि पहले स्कूल खोलने से ही कान्वेंट स्कूलों की बराबरी नहीं हो सकती। सरकार द्वारा सीबीएसइ व आईसीएसइ की तर्ज पर परिषदीय व माध्यमिक स्कूलों का भी शिक्षण सत्र एक अप्रैल से शुरू किया है। आनन-फानन में परीक्षा की कोरमपूर्ति कर नामांकन प्रक्रिया तो शुरु कर दी गई लेकिन तैयारियों में कोसों दूर हैं। स्कूल खुलते ही बच्चों के हाथों में मुफ्त किताबें नहीं पहुंच सकीं। वहीं पदोन्नति व नियुक्ति प्रक्रिया पूरी न होने के कारण जिले के अधिकांश जूनियर हाईस्कूलों में गणित, विज्ञान व अंग्रेजी शिक्षक नहीं हैं। कई विद्यालय तो एकल चल रहे हैं। माध्यमिक स्कूलों की भी स्थिति ठीक नहीं हैं। मूल्यांकन कार्य के चलते शिक्षक कार्यमुक्त कर दिए गए जिसके चलते अधिकांश स्कूलों में बच्चे पाला छूटकर लौट आए।