
यू पी को बताया क्राइम प्रदेश , मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री पर बड़ा हमला
लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर बड़ा हमला बोला है। अखिलेश यादव पर लाचार मुख्यमंत्री होने का इल्जाम लगाते हुए मायावती ने कहा कि उनके पास कोई काम नहीं है इसलिए साइकिल चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश अब क्राइम प्रदेश बन गया है। मोदी सरकार पर प्रहार करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने झूठे वायदे किये और सरकार सिर्फ धन्ना सेठों और पूंजीपतियों को फायदा पहुंचा रही है।
लखनऊ में पत्रकारों से मुखातिब बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था शर्मनाक है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व्यवस्था के सामने पूरी तरह से लाचार हो चुके हैं। मुख्यमंत्री कहते हैं कि कानून व्यवस्था को ठीक करने के लिए क्या मैं पुलिस की वर्दी पहन लूं। इससे सरकार की लाचारी साफ झलकती है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में विकास जमीन पर कम मीडिया में ज्यादा दिखायी दे रहा है। मुख्यमंत्री विकास के नाम जो उद्घाटन कर रहे हैं वह काम हमारी सरकार ने शुरू किये थे। मायावती ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार मैट्रो ट्रेन का क्रेडिट लेने की कोशिश कर रही है जबकि सब जानते हैं कि मैट्रो और मोनो रेल की रूपरेखा हमारी सरकार ने ही बनायी थी। समाजवादी पार्टी की सरकार तो विकास के कार्य सिर्फ सैफई में ही कराती है।
मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों की हालत खराब है। बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की कमर तोड़ दी है लेकिन सरकार का इस दिशा में उतना ध्यान नहीं है जितना कि होना चाहिए। बसपा सुप्रीमो ने इल्जाम लगाया कि सपा सरकार दलित राज्य कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। सिंचाई विभाग में दलित कर्मचारियों को बदले की भावना से रिवर्ट किया गया। मायावती ने प्रदेश सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि अगर उनका यह दावा बिल्कुल सही है कि इस सरकार ने अपने चुनावी वादे तीन साल में ही पूरे कर लिए हैं तो वह सरकार को भंग कराकर फिर से जनादेश लेने के लिए जनता के बीच चली जाए। उन्होंने कहा कि यह सरकार दलितों के साथ-साथ मुसलमानों और हिन्दुओं में अपर कास्ट को परेशान करने में लगी है।
केन्द्र सरकार द्वारा प्रस्तुत भूमि अधिग्रहण संशोधन बिल पर मायावती ने कहा कि हमारी पार्टी इस बिल के खिलाफ है। हमारी पार्टी 2013 में बने कानून को ही लागू कराना चाहती है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमला बोलते हुए मायावती ने कहा कि देश की सीमा पर जवान शहीद हो रहे हैं। किसान आत्महत्या को मजबूर हो रहे हैं, लेकिन सरकार पर इसका कोई असर नहीं है। सरकार तो धन्ना सेठों, पूंजीपतियों और कारपोरेट जगत को खुश करने में लगी है। अटल बिहारी वाजपेयी और मदन मोहन मालवीय को मिले भारत रत्न पर खुशी जाहिर करते हुए मायावती ने कहा कि दलित महापुरुषों को भारत रत्न देने पर किसी सरकार का ध्यान नहीं है। कांशीराम को न तो कांग्रेस की सरकार ने भारत रत्न दिया न बीजेपी की सरकार ने। बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर को भी भारत रत्न विश्वनाथ प्रताप सिंह की सरकार ने दिया।
अमरीका के राष्ट्रपति और सुप्रीम कोर्ट के जज ने मोदी की सरकार को चेताया है कि वह साम्प्रदायिकता न फैलाएं लेकिन उनकी सरकार में हिन्दूवादी संगठन ऐसे हालात पैदा कर रहे हैं जिससे मुसलमानों और इसाइयों में भय का वातावरण बन गया है। उत्तर प्रदेश का विभाजन और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट की बेंच की उन्होंने सबसे बड़ी जरूरत जतायी।