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Thursday, 18 December 2014

बेटे को बचाने के लिए आया दिल्ली: धनंजय

जागृति सिंह (बांए) और धनंजय सिंह (दाएं)
मेड राखी की हत्या के मामले में गिरफ्तार सांसद धनंजय सिंह ने पुलिस पूछताछ में बताया है कि वह दिल्ली अपनी पत्नी की वजह से नहीं, बल्कि बेटे की जान की चिंता की वजह से आए थे। उन्हें डर था कि कहीं उनकी पत्नी जागृति उनके सवा साल के बेटे की हत्या कर खुदकुशी न कर ले। इसी वजह से उन्होंने पुलिस को इतनी देरी से इस बारे में जानकारी दी। इस बीच, सांसद का बीपी लो होने की जानकारी मिली है।


पुलिस पूछताछ में सांसद ने बताया है कि उन्हें 4 नवंबर की सुबह करीब 8:00 बजे जागृति ने फोन करके बता दिया था कि राखी मर गई है। एक बार को उन्होंने दिल्ली आने से इनकार भी कर दिया था। लेकिन जागृति ने उनके बेटे को मारने की धमकी दी। वह डर गए। वह बनारस से फ्लाइट पकड़कर जल्दी दिल्ली पहुंचे और यहां शाम करीब 8:30 बजे उन्होंने साउथ एवेन्यू पुलिस चौकी में फोन करके बताया कि मेड की मौत हो गई है। उन्हें यह डर था कि अगर पुलिस को इस बारे में पहले पता चल गया तो कहीं जागृति बेटे को न मार दे। बस उनसे यही गलती हो गई कि उन्होंने पुलिस को इतनी देरी से इस बारे में जानकारी दी।

धनंजय से शनिवार रात को करीब पांच घंटे तक खुद नई दिल्ली जिले के डीसीपी एस. बी. एस. त्यागी ने पूछताछ की। धनंजय ने उन्हें बताया कि मैं अपनी पत्नी से तंग आ चुका था। वह बहुत तकलीफ देने लगी थी। शादी के तीन-चार दिन बाद से ही उसने घर में शांति के माहौल को खत्म करना शुरू कर दिया था। सही बोलूं तो उसने मुझे तबाह कर दिया। अब मैं उससे पीछा छुड़ाना चाहता था। इसी वजह से उससे तलाक लेने की अर्जी भी कोर्ट में दी थी।

धनंजय ने कहा कि उन्हें इस बात की भी चिंता थी कि तलाक होने के बाद जागृति जीवनयापन कैसे करेगी। इसी वजह से उन्होंने उसकी आरएमएल अस्पताल में जॉब लगवाई। इससे पहले जागृति बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी थी। मैंने उसे एमडीएस कराया। वह टॉप आई। फिर उसकी जॉब लग गई। लेकिन वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आई और अंत में उसने वह कर ही दिखाया, जिसका उन्हें अक्सर डर लगता था।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि 175 साउथ एवेन्यू में लगे 20 सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग हटाने का उसका मकसद केवल यह था कि कहीं जागृति उसे डैमेज न कर दे। धनंजय ने उन्हें बताया है कि वीडियो रिकॉर्डिंग में कहीं भी इस तरह की तस्वीरें सामने नहीं आएंगी, जिसमें वह खुद किसी मेड या नौकर को बेरहमी से पीटते हुए दिखाई दे। यह अलग बात है कि किसी फुटेज में वह थोड़ा गुस्से में या किसी को धमकाते हुए दिखाई दे जाएं।

धनंजय ने पुलिस को बताया कि जागृति ने उनके 80 साल के पिता,बहनोई और भाई को भी घर से भगा दिया था। वह घर आने वाले रिश्तेदारों और अन्य जानकारों से बदतमीजी से पेश आती थी। इससे सारा घर परेशान था। पुलिस ने बताया कि मेडिकल चेकअप में धनंजय का बीपी लो आया है। डॉक्टर ने उन्हें कॉफी पिलाने की सलाह दी है। वैसे, पुलिस रिमांड के दौरान धनंजय और जागृति का स्वास्थ्य सही है।

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