भूमिअधिग्रहण पर आमआदमी पार्टी का धरना
जौनपुर। आम आदमी पार्टी के जिला इकाई के तत्वावधान में सोमवार को भूमि अधिग्रहण अधिनियम व बैमोसम बारिश से हुए नुकसान व पुलिस उत्पीड़न को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया। तथा राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौपा गया। सभा को सम्बोधित करते हुए जिला संयोजक अनुराग मिश्रा ने कहा कि प्रदेश में किसानों की हालत चिन्ता जनक है। वे लगातार आत्महत्यायें कर रहे है और बच्चों को संदेश दे रहे हैं कि कभी किसान मत बनना। उन्होने कहा कि इस अध्यादेश में सहमति के बिना किसी तरह का अधिग्रहण नहीं होना चाहिए। बहुफसली जमीन जहां खाद्य सुरक्षा को खतरा हो वहां भूमि अधिग्रहण की इजाजत नहीं होनी चाहिए। किसी भी भूमि अधिग्रहण के पहले किसानों ही नहीं पूरे समाज पर हो रहे इसके प्रभाव का आंकलन किया जाना चाहिए। सरकार की ओर से किये जा रहे अध्यादेश में संशोधन का अर्थ यह होगा कि पांच मुख्य श्रेणियों में भूमि अधिग्रहण के लिए समाजिक प्रभाव आंकलन, भूमि मालिकों में से 70 प्रतिशत की अनुमति लेना आवश्क नहीं होगा। अन्य वक्ताओं ने कहा कि यह अध्यादेश असल में मूल भावनाओं का उल्लंघन करता है संसद के दो सत्रों के बीच किसी आकस्मिक स्थिति के लिए संविधान मंे अध्यादेश का प्रावधान किया गया है। कौन सी आपात स्थिति थी जो सरकार इस अधिनियम के लिए अगले सत्र का इन्तजार नहीं कर सकती थी। उन्होने कहा कि चीनी मिलों पर गन्ना किसानों का पिछला बकाया 650 करोड़ रूपये तथा वर्तमान सत्र का बकाया 6390 करोड़ से अधिक है। प्रदेश में 118 चीनी मिले चल रही हैं। चीनी मिल समूह किसानों का गन्ना बकाया का भुगतान नहीं कर रही है। पिछले दिनों हुई बारिश से किसान मायूस है। फसलों की भारी तबाही हुई है। सभा को सूर्य नारायण मिश्र, शरदेन्दु चतुर्वैदी, सोम वर्मा, राकेश चतुर्वेदी, विनीत चैबे, रघुनाथ यादव आदि ने सम्बोधित किया।
