
जौनपुर: जिलाधिकारी भानुचंद्र गोस्वामी व एसपी भारत ¨सह यादव द्वारा की गई छापेमारी में पकड़े गए 10 दलालों को संलिप्त पाते हुए गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। छापेमारी के दौरान कुल 35 लोग हिरासत में लिए गए थे।
पुलिस लाइंस में बुधवार को पत्रकारों से वार्ता करते हुए जिलाधिकारी व अपर पुलिस अधीक्षक रामजी ¨सह यादव ने बताया कि कुछ अराजक तत्वों व दलालों द्वारा अवैध तरीके से ड्राइ¨वग लाइसेंस, मोटर वाहन पंजीयन, बीमा, रोड टैक्स बनवाया जाता है। इस सूचना पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने कार्यालय में घेरेबंदी कर 35 लोगों को हिरासत में ले लिया। इसकी छानबीन के दौरान एआरटीओ उदय पाल द्वारा 10 लोगों के बारे में सूचना दी गई कि वे परिसर में आकर अवैध तरीके से डीएल बनवाने, वाहनों का पंजीकरण कराने सहित अन्य कार्यों के लिए आने वाले लोगों की घेराबंदी कर उनसे धन उगाही करते हैं। इन दस लोगों के पास से भारी मात्रा में फोटो युक्त पंजीयन फार्म, ड्राइ¨वग लाइसेंस, सादे पंजीयन फार्म, सादे पेपर, रसीदें, नोटबुक आदि बरामद हुई।
पकड़े गए लोगों में विजय शंकर पाठक रासमंडल कोतवाली, ओम प्रकाश यादव सड़ेरी बक्शा, संजय कुमार श्रीवास्तव कालीकुत्ती, अमर ¨सह बीबनमऊ जलालपुर, मनीष ¨सह भिउरहा बख्शा, असीम चतुर्वेदी मेढ़ा खुटहन, चंदन यादव हुसैनाबाद, लाइन बाजार, ¨बद प्रताप दुबे सिधवन रामपुर, आशीष यादव बीबनमऊ जलालपुर, मनोज कुमार ईशापुर कोतवाली शामिल हैं।
चे¨कग में पाई गई खामियां
जिलाधिकारी ने बताया कि एआरटीओ कार्यालय में चे¨कग के दौरान रुपयों के हिसाब में खामियां पाई गई। लाइसेंस अनुभाग में 65 हजार 580 रुपये मिले जबकि रेकार्ड में 75 हजार 710 रुपये दर्ज थे। पंजीयन 11 लाख 716 रुपये दर्ज थे और पाए गए 9 लाख 57 हजार 915 रुपये। फिटनेस अनुभाग से 2 लाख 36 हजार 669 रुपये दर्ज था और पाया गया 2 लाख 76 हजार रुपये। जिलाधिकारी ने बताया कि इसकी जांच की जा रही है।