नई दिल्ली-2जी नेटवर्क हो या 3जी नेटवर्क सब एक समान ही है यह कहना है भारतीय मोबाइल यूजर्स का। मोबाइल यूजर्स का कहना है कि 3जी नेटवर्क सिर्फ नाम का ही वह भी 2जी के जैसा ही धीमा है।
टेलीकॉम उपकरण निर्माता कंपनी एरिक्सन की एक रिपोर्ट में कहा गया है, तकरीबन 88 फीसद 2जी भारतीय कंज्यूमर्स का ये मानना है कि मोबाइल ब्रॉडबैंड काफी मंहगा है। 53 फीसद को लगता है कि मोबाइल ब्रॉडबैंड से कोई फायदा नहीं मिलता और 48 फीसद का मानना है कि 2जी और 3जी में कोई फर्क नहीं है।
चेंजिंग मोबाइल ब्रॉडबैंड लैंडस्केप रिपोर्ट ने दर्शाया है कि भारत में ब्राडबैंड का इस्तेमाल बढ़ रहा है। हालांकि इस राह में वहन करने और डिजिटल शिक्षा का अभाव एक बड़ा रोड़ा है। तकरीबन 63 फीसद यूजर्स का कहना है कि उन्हें गुणवत्ता और विश्वसनीयता जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। साथ ही मोबाइल फोन को घरों में इस्तेमाल करने में कनेक्शन प्रॉब्लम और नेटवर्क स्पीड में निरंतरता की कमी का सामना करना पड़ता है।