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Friday, 10 April 2015

ऐसी महिलाएं होती हैं घर में लक्ष्मी का रूप



महिलाएं घर की संपत्ति अर्थात लक्ष्मी का रूप होती हैं। जिस घर में महिलाओं का सम्मान नहीं होता मां लक्ष्मी उस घर से अपना नाता तोड़ लेती हैं। शास्त्रों में वर्णित है की घर की महिला सर्वगुण संपन्न हो तो समस्याओं को उस घर में स्थान नहीं मिलता। वह मकान में प्रेम तथा जीवंतता का संचार कर उसे घर बनाती हैं। भाग्यशाली होते हैं ऐसे घर जिन घरों की महिलाओं में कुछ विशेष गुण विद्यमान होते हैं। उस घर में लक्ष्मी को बुलाने के लिए निमंत्रण नहीं देना होता बल्कि उस घर की महिला ही लक्ष्मी का रूप होती हैं। 

महिलाएं जो घर में होती हैं लक्ष्मी का रूप 

* मीठे वचन बोलने वाली, आस्तिक, सेवा भाव रखने वाली, क्षमाशील, दानशील, बुद्धिमान, दयावान और कर्तव्यों का पालन पूर्ण निष्ठा से करने वाली लक्ष्मी का रूप होती है।

* जो स्त्री तन से ही नहीं मन से भी सुंदर हो।

* घर आए मेहमानों का स्वागत सत्कार करे।

* पराया दुख देखकर दुखी होकर अपनी सामर्थ्य के अनुसार उसकी सहायता करे और जो दूसरों को दुख-दर्द में देखकर उसको दूर करने में आनंद का अनुभव करे।

* घर की रसोई में भेद-भाव किए बिना समान रूप से सभी को भोजन परोसे। सभी सदस्यों को भोजन कराने के उपरांत भोजन करे।

* जो प्रतिदिन स्नान करके साफ और स्वच्छ वस्त्र पहन कर रसोई घर में प्रवेश करती है।

* सुबह शाम घर में देवी-देवताओं के सामने धूप, दीप और सुंगधित अगरबत्ती जला कर पूजा-पाठ करती है। 

* पतिव्रत धर्म का पालन करे।

* धर्म और नीति के मार्ग पर चलने के लिए पारिवारिक सदस्यों को प्रेरित करे।

महिलाएं जो घर में होती हैं अलक्ष्मी का रूप 

* जो स्त्री मैली-कुचैली सी और पाप कर्मों में रत रहती है, पराय पुरुषों में उसका मन रमता है।

* जो बात-बात पर गुस्सा करती है, अपने पति को दबाने के लिए रोष प्रदर्शन, छल या मिथ्या भाषण करती है। 

* अपने घर को सजा सवार कर नहीं रखती, जिसके विचार उत्तम नहीं होते, अपना घर छोड़ दूसरों के घर नित्य जाती रहती है, जिसे लज्जा नहीं आती, उसके घर में लक्ष्मी कभी नहीं रहती।

* अपने पति से प्रेम न करने वाली स्त्री पति के लिए सदैव दुख का कारण बनती है।

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