
नयी दिल्ली। देश के आर्थिक सुधारों के शिल्पकार कहे जाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव के सम्मान में उनका स्मारक बनाने की योजना पर उत्तर प्रदेश के संसदीय कार्यमंत्री मोहम्मद आजम खां बहुत नाराज हैं। आजम खां ने कहा है कि नरेन्द्र मोदी की सरकार नरसिम्हा राव को सिर्फ इसलिए सम्मानित करने जा रही है क्योंकि उन्हीं के कार्यकाल में बाबरी मस्जिद के पास मंदिर का चबूतरा बनाया गया था।
शहरी विकास मंत्रालय की ओर से इस मुद्दे पर एक प्रस्ताव पिछले हफ्ते हुई कैबिनेट की बैठक में रखा गया। जिसमें मंत्रालय की ओर से आर्थिक सुधारों के शिल्पकार के रूप में कार्य करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव के सम्मान में एक मेमोरियल एकता स्थल समाधि कॉम्प्लेक्स में बनाने की योजना बनाई है।
इस योजना के सामने आते ही समाजवादी पार्टी के नेता आजम खां इस मामले में बिफर गए हैं। उन्होंने नरेन्द्र मोदी सरकार की सरकार के इस फैसले पर गंभीर सवाल उठाए हैं। आजम खां ने कहा है कि नरसिम्हा राव ने राष्टï्रीय स्वयं सेवक संघ के साथ मिलकर अयोध्या में बाबरी मस्जिद गिरवाई थी। राव के इस काम के लिए मोदी ने उन्हें सम्मानित करने का फैसला किया है। मोदी सरकार नरसिम्हा राव को मस्जिद की जमीन पर राम मंदिर के लिए चबूतरा बनाने के एवज में सम्मानित करना चाहती है।
आजम खां ने कहा कि यह इस फैसले से दुनिया में बाबरी बिध्वंस को लेकर एक गलत संदेश जाएगा। आजम के अनुसार यह फैसला जोडऩे नहीं तोडऩे वाला साबित होगा।