
नई दिल्ली: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज दिल्ली में भूमि अधिग्रहण बिल को किसान विरोधी बताते हुए नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली बीजेपी की सरकार पर हमला बोला। दिल्ली के रामलीला मैदान में किसानों की एक विशाल रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि देश में किसान, मजदूर घबराया हुआ है। उन्होंने कहा कि आज जब किसान सोता है तो उसे यह नहीं मालूम होता कि कल क्या होगा, कब उससे जमीन छीन ली जाएगी।
राहुल गांधी ने कहा कि किसानों के घबराने के 2 कारण हैं। पहला- किसान, मजदूर को लग रहा है कि मौजूदा सरकार किसान और मजदूर को भूल हो चुकी है। उन्हें लग रहा है कि मौजूदा सरकार उद्यगपतियों की सरकार है। दूसरा- यूपीए के बिल में मौजूदा सरकार बदलना चाहती है, जिससे उन्हें डर लगता है।
राहुल ने कांग्रेस के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती यूपीए सरकार को किसान-मजदूर का हितैषी बताते हुए कहा कि मजदूरों के लिए हम मनरेगा लाए और भोजन का अधिकार लाए। उन्होंने कहा कि जब भी संभव था, कांग्रेस ने किसानों की मदद की है। राहुल ने कहा कि 2013 में हम जो बिल लाए थे, वह बिल केंद्र सरकार बदलना चाहती है। राहुल ने यूपीए सरकार के उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि हम मनरेगा लेकर आए, हमने लोगों को भोजन का अधिकार दिया। राहुल ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा किसानों की मदद की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए राहुल ने कहा कि मोदी जी ने उद्योगपतियों से हजारों करोड़ रुपए लेकर चुनाव जीता है। राहुल ने मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि वो हिंदुस्तान की नींव कमजोर करने जा रहे हैं। उन्होंने चुनाव में उद्योगपतियों से पैसा लिया और वो कर्ज चुकाने के लिए उनको जमीन देना चाहते हैं। राहुल ने कहा कि मोदी ने कैसे चुनाव जीता ये मुझे पता है। मोदी का यही फंडा है इमारत पर सीढ़ी लगाओ। राहुल ने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि मोदी जी ने विदेश में जाकर कहा कि 50 साल का कचरा मैं साफ कर रहा हूं। ऐसे शब्द ना मोदी जी को शोभा देते हैं और ना हीं देश के प्रधानमंत्री को।
भट्टा परसौल का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा कि वहां के किसानों के साथ मेरी दोस्ती है। मायावती की सरकार की बात करते हुए उन्होंने कहा कि वे जमीन लेती जा रही थीं, उद्योगपतियों के लिए। राहुल गांधी ने कहा कि दो साल बाद हमने बिल पास किया। उन्होंने कहा कि तब बीजेपी ने बिल पास किया और अब अध्यादेश के जरिए बिल पास क्यों कर रही है? राहुल ने कहा कि कांग्रेस ने किसानों की मदद की और एमएसपी बढ़ाई। आज वह वहीं पर है, सिंचाई का बजट कम कर दिया गया है, कृषि विकास का बजट कम कर दिया है। मोदी सरकार किसानों का बजट क्यों कम रही है ताकि किसान कमजोर हो।
कुछ साल पहले ऑस्ट्रेलिया दौरे का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि वहां दुनिया की सबसे बड़ी हीरे की खान है, उस जमीन पर पहले किसानों का हक था 300 परिवार रहते थे। अब ये लोग माइन में मजदूरी करते हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी रैली में मोदी सरकार पर जम कर हमला बोला। उन्होंने कहा किमोदी सरकार के वादे खोखले हैं और उनकी कथनी-करनी में बहुत फर्क है। उन्होंने कहा किनिजी कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए मोदी सरकार ने जमीन अधिग्रहण बिल बदला। सोनिया ने कहा कि मोदी सरकार किसानों की मदद नहीं कर रही, बल्कि उनके जख्मों पर नमक छिड़क रही है।
इससे पहले देश के पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने किसान रैली को संबोधित किया। रैली में मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। मनमोहन ने कहा कि मोदी ने किसानों को सब्जबाग दिखाया। मोदी सरकार की किसान विरोधियों नीतियों का मुकाबला करने के लिए हम यहां इकट्ठा हुए हैं हम लोग जरूर कामयाब होंगे। मनमोहन ने कहा कि मोदी जी जाकर कहते थे हम किसानों की फसलों का उचित मूल्य देंगे, लेकिन हकीकत में गेंहू चावल, गन्ना कपास सबकी कीमतें गिर रही हैं। केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए पूर्व पीएम ने कहा कि मोदी सरकार का लैंड बिल किसान विरोधी है।
