यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं परीक्षा की कॉपियों का मूल्यांकन कार्य खत्म हो गया। इसके नतीजे मई के दूसरे हफ्ते में आ सकते हैं। इसके लिए उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद अहम रणनीति बनाने में जुटा है। अधिकारियों की कोशिश है कि मूल्यांकन कार्य के बाद अब जरूरी प्रक्रिया भी समय रहते पूरे कर लिए जाए, ताकि हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के रिजल्ट 12 से 15 मई के बीच घोषित किए जा सके।
माध्यमिक शिक्षा परिषद ने कॉपियों का मूल्यांकन 30 मार्च से 13 अप्रैल के बीच पूरा कराने का लक्ष्य तय किया था। शिक्षक संघों के बहिष्कार के कारण कॉपियां नहीं जांची जा सकी। इसके बाद मूल्यांकन पूरा करने की अंतिम तारीख को बढ़ाकर 18 अप्रैल कर दिया गया। इस साल परिषद में 65 लाख परीक्षार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। इनमें सात लाख छात्रों के परीक्षा छोड़ने के बाद 58 लाख परीक्षार्थियों की कॉपियां जांची गई है।
आजमगढ़ मंडल छोड़ कर सभी मंडलों में 30 मार्च से शुरू मूल्यांकन प्रक्रिया 18 अप्रैल को पूरी हो गई। इसके बाद संबंधित क्षेत्रीय कार्यालयों ने संबंधित रिपोर्ट बोर्ड मुख्यालय भेजने की कवायद तेज कर दी है। बताते चलें कि इस साल यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 19 फरवरी से शुरू हो गई थी। हाईस्कूल की परीक्षा 11 मार्च तक चली और इंटरमीडिएट की परीक्षा 23 मार्च को खत्म हुई। अब मई के दूसरे हफ्ते में इसके नतीजे आ सकते हैं।
