442 केद्रों पर 4.85 लाख छात्र देंगे परीक्षा

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की मुख्य परीक्षाएं दस मार्च से शुरू हो रही है। विश्वविद्यालय प्रशासन तैयारी को अंतिम रूप देने में जुटा है। इसको लेकर परीक्षा केंद्रों व छात्रों की संख्या निर्धारित कर दी गई। जिसमें 442 परीक्षा केंद्रों पर 4.85 लाख परीक्षार्थी हिस्सा लेंगे। संकलन केद्रों पर उत्तर पुस्तिकाएं भेजी जा रही है। तैयारी की स्थिति यह है कि अवकाश के दिन भी परीक्षा विभाग के सारे कार्यालयों में काम-काज जारी है।
पूर्वांचल विश्वविद्यालय के करीब 550 महाविद्यालयों में 4.85 लाख छात्र पढ़ते है। जिसमें 442 परीक्षा केंद्र बनाए गए है। पिछले वर्ष बनाए गए 40 डिबार कालेजों में से विश्वविद्यालय की तरफ से 40 केंद्राध्यक्ष व 40 पर्यवेक्षक बनाए गए है। यह पर्यवेक्षक व केंद्राध्यक्ष एडेड कालेजों के वर्तमान व सेवानिवृत्त शिक्षकों को बनाया गया है। परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए विश्वविद्यालय की तरफ से सभी केंद्राध्यक्षों को निर्देश दिया गया है। इसके लिए विश्वविद्यालय की तरफ से गठित किए गए उड़ाका दल, पर्यवेक्षकों के सदस्यों को परीक्षा केंद्र के निरीक्षण के समय कालेज की तरफ से सहयोग करते हुए सुरक्षा की जिम्मेदारी होगी।
परीक्षा समाप्ति के बाद प्रत्येक पालियों में 75-75 की उत्तर पुस्तिकाओं का एक सब पैकेट बनेगा। जिसमें उत्तर पुस्तिकाएं अनुक्रमांक के क्रमानुसार रखी जाएंगी। प्रत्येक सब पैकेट का 300-300 उत्तर पुस्तिकाओं का मुख्य बंडल बनेगा। इन बंडलों को उसी तिथि में संकलन केंद्र पर प्राप्त करा दिया जाए। परीक्षा केंद्र पर सामूहिक नकल की पुष्टि होने पर संबंधित महाविद्यालय को परीक्षा केंद्र बनाए जाने से वंचित कर दिया जाएगा। संबंधित विषय की मान्यता समाप्त करने की कार्रवाई के साथ महाविद्यालय के केंद्राध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। परीक्षा को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए सभी जनपद के जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक से परीक्षा केंद्र पर सुरक्षा बल की सुविधा के लिए पत्र भेजा गया है। इसके लिए महाविद्यालय अपने स्तर से सुरक्षा बल प्राप्त कर सकते है। परीक्षा संबंधी जानकारियों के लिए नौ मार्च को ही कंट्रोल रूम की स्थापना कर दी जाएगी। जिसके कंट्रोल प्रभारी डा.पीके ¨सह कौशिक को बनाया जाएगा। छात्रों की संख्या के हिसाब से सहायक केंद्राध्यक्षों की तैनाती की जाएगी। एक से 500 तक के कुल परीक्षार्थी पर दो सहायक केंद्राध्यक्ष, 501 से 1000 तक परीक्षार्थियों पर तीन सहायक केंद्राध्यक्ष, 1001 से 2000 तक कुल परीक्षार्थी पर चार सहायक केंद्राध्यक्ष, 2001 से 3000 तक कुल परीक्षार्थी पर पांच सहायक केंद्राध्यक्ष, 3001 से अधिकतम परीक्षार्थी पर छह सहायक केंद्राध्यक्ष बनाए जाएंगे।