मंत्री के जिले में आलू भंडारण को जूझ रहे किसान
जौनपुर।कैबिनेट मंत्री व जनपद के कद्दावर नेता पारसनाथ यादव के जनपद के किसान आलू भंडारण की समस्या से जूझ रहे हैं। वजह, पांच शीतगृहों में ताला बंद होना और व्यापारियों द्वारा बाहर से आलू खरीद कर रखना है। जिम्मेदार लोग इस समस्या से अनजान हैं।
विगत कई सालों से प्रकृति की मार के चलते जिले के किसानों के लिए आलू की खेती घाटे का सौदा साबित हो रही थी। इस वर्ष भी अगेती आलू चक्रवाती तूफान के आगोश में आ गया। बाद में किसी तरह महंगे दाम पर बीज खरीद कर बोआई की गई। प्रकृति ने साथ दिया और इस वर्ष उत्पादन काफी अच्छा हुआ। बीज और आफ सीजन में उत्पादन बेचकर अच्छी आय की उम्मीद में अधिक से अधिक आलू किसान शीतगृहों में रखना चाह रहे हैं लेकिन उन्हें निराशा हाथ लग रही है। तमाम किसानों को पर्ची नहीं मिल रही है तो किसी तरह पर्ची पाने वाले किसानों का आलू कई दिनों तक भंडारित नहीं हो पा रहा है। इसके चलते उन्हें वाहन का अतिरिक्त किराया देना पड़ रहा है।
जनपद के कई शीतगृह तो डेढ़ दशक पूर्व बंद हो गए थे। संचालित 24 शीतगृहों में हरी शीतगृह भंडारी, विश्वनाथ छंगनलाल शीतगृह सिद्दीकपुर, टीजे शीतगृह मीठेपार, लक्ष्मी शीतगृह केराकत और पीसीएफ शाहगंज में ताला लग गया। दूसरी तरफ व्यापारी सूबे के अन्य जनपदों व दूसरे प्रांतों से आलू खरीद कर भारी मात्रा में भंडारित कर रहे हैं जिसके चलते कई शीतगृह संचालक किसानों प्राथमिकता नहीं दे रहे हैं।