तीन दिनी मजलिस का समापन
जौनपुर। शहर के मोहल्ला के हमाम दरवाजा स्थित मदरसा इनामिया में तीन दिवसीय मजलिस के अन्तिम दिन मजलिस की शुरूआत मशहूर सोजखान मोहम्मद नौशाह ने अपने अन्दाज से मजलिस का आरंभ शोजखानी के माध्यम से किया। मजलिस को खिताब फरमाते हुए मौलाना महमूदुन हसन खान ने फरमाया कि रसूले अकरम की इकलौती बेटी फातमा जेहरा की सीरत को तफसील से बयान किया और इनकी अजमत व फजीलत को हदीस व कुरान की रौशनी में उजागर फरमाया और कहा कि फातम जेहरा कायनात की तनहा वह बीबी है जिनकेक एहतराम में अल्लाह का रसूल खुद खड़ा हो जाता था और पैगम्बर की यह ताजीम फात्मा जेहरा के लिए बेटी की हैसियत से थी। बकलक जूजे रेसालत के उन्वान से थी। इसलिये अगर बेटी की हैसियत से होता तो यह सीरत तमाम उम्मतें मुसलमान के लिए अपने बेटी का एहतराम करना फर्ज होता है। इस अवसर पर भारी संख्या में लोग मौजूद रहे। संचालन आबिद रजा व रजी विस्वानी ने किया।