खेतासराय (जौनपुर)। आम तौर पर एक दूसरे से प्रेम हो जाने के बाद प्रेमी युगल घर से भागकर मंदिर या कोर्ट में शादी करते है लेकिन यहां गुरूवार को थाने में करायी गयी एक जोड़े की शादी इससे अलग है। दोनो की जून माह में शादी तय थी। लेकिन खर्चे की डर से लड़के ने लड़की को बुलाकर थाने की शादी करने का निर्णय लिया।
स्थानीय कस्बे निवासी आशीष पुत्र कामता की शादी मेनिका पुत्री पुष्प राम के साथ 5 जून को तय थी। इकलौती पुत्री होने के कारण पुष्पराज पुत्री की शादी धूमधाम से करना चाहता था। उसने तैयारी भी शुरू कर दिया था। इस दौरान लड़का लड़की एक दूसरे से मोेबाईल फोन पर बाते करने का सिलसिला भी शुरू हो गया।
लड़का पक्ष की आर्थिक स्थिति ठीक न होने कारण वे मंदिर में शादी करना चाहते थे। जो कन्या पक्ष को स्वीकार नही था। शादी टूटने की डर से लड़के ने मोबाईल पर बात करके लड़की को आज यहां बुलवा लिया। लड़की के साथ उसके माता पिता को भी आना पड़ा। फिर दुर्गा मंदिर में शादी करने के लिए तैयारी शुरू कर दिया लेकिन लड़के सोचा ने कही बाद में मंदिर में की शादी मान्य न हुआ तो शादी टूट सकती है। उसने मंदिर में शादी करने का फैसला करने इरादा बदल कर कानूनी तौर पर विवाह करने का निर्णय लिया। दुल्हा दुल्हन थाने पहुंच गये जहां पर परिवार वालो की रजामंदी से थानाध्यक्ष विश्वनाथ यादव ने दोनो की शादी रचा दिया।