भगवान भाष्कर को अर्घ्य से नववर्ष का स्वागत
जौनपुर। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के पर शनिवार को जनपद में विविध कार्यक्रमों के आयोजन किए गए। आदि गंगा गोमती के घाटों पर तड़के भगवान भाष्कर को अर्घ्य देकर नव वर्ष का स्वागत किया गया। वहीं पथ संचलन में शामिल आकर्षक झांकियों ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। ¨हदूवादी संगठनों ने एक-दूसरे को सुख, समृद्धि व यश प्राप्ति की शुभकामना दी। संस्कार भारती एवं भारत विकास परिषद के संयुक्त तत्वावधान में नगर के गोपी घाट पर नववर्ष का कार्यक्रम आयोजित किया गया। उपस्थित लोगों ने नव संवत्सर के प्रथम दिन सूर्य को अर्घ्य देकर सभी को नववर्ष की शुभकामना दी। संस्कार भारती के अध्यक्ष ने संवत नाम कीलक-2072 की बधाई दिया। भारत विकास परिषद के पूर्व अध्यक्ष लोकेश ने नव संवत्सर की महत्ता के बारे में कहा कि इसी दिन ब्रह्माजी ने सृष्टि की रचना की थी। राजा विक्रमादित्य ने इसी दिन विक्रमी संवत आरंभ किया था। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि भारतीय नववर्ष को उत्साह पूर्वक मनाएं। संस्कार भारती के प्रभारी सुजीत कुमार ने सभी से आग्रह किया कि भारतीय नववर्ष के बारे में अपने परिवार, मित्रों व संबंधितों को अवश्य बताएं। इस दिन को सभी लोग उत्साह पूर्वक उत्सव के रूप में मनाएं। हमारी संस्कृति, हमारी पहचान की सार्थकता तभी होगी, जब हम पश्चिमी सभ्यता का अंधानुकरण त्याग कर अपनी संस्कृति, सभ्यता एवं पर्वों के बारे में जानेंग
