सावधान! अंधे होने से बचने के लिए जरूर पढ़े यह खबर
चंण्ड़ीगढ़: यदि आप अंधे होने से बचना चाहते हैं तो यह खबर आप को इस मामले में काफी मदद कर सकती है। आज कल ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जिसमें लोग डॉक्टर से पूछे बिना लंबे समय से आई ड्रॉप का इस्तेमाल करते रहते है और फिर अंधेपन का शिकार हो जाते है। पीजीआई में ग्लूकोमा के 15 प्रतिशत मरीजों के पीड़ित होने के कारण आई ड्रॉप का साइड इफेक्ट है। पीजीआई आई सेंटर के डाक्टर एसएस पांडव का कहना है कि कई आई ड्राप में स्टेरॉयड मिक्स होता है। उनके लंबे इस्तेमाल से आंखों में प्रेशर बढ़ता है। प्रेशर बढ़ने से ऑप्टिक नर्व डैमेज हो जाती है और मरीज ग्लूकोमा का शिकार हो जाता है।
अगर शुरूआत में इसका पता चल जाए तो ठीक है नही तो बाद में इसका कोई इलाज नहीं है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा भी स्टेरॉयड मिक्स आई ड्रॉप के कई साइड इफेक्ट होते हैं। पीजीआई में ग्लूकोमा के कुल 32 हजार मरीज रजिस्टर्ड हो चुके हैं। पिछले साल इनकी संख्या करीब 28 हजार थी। इनमें हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, दिल्ली, राजस्थान, वेस्ट यूपी, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड के मरीज शामिल हैं। आंखों में कभी भी किसी प्रकार की कोई सर्जरी हुई हो या कोई घाव हो गया हो तो उसकी जांच समय-समय पर करवाते रहें। हालांकि ऐसे मरीजों की संख्या कम है, लेकिन फिर भी कोई रिस्क नहीं लेना चाहिए।
ग्लूकोमा से बचने के उपाय: यह एक अनुवांशिक बीमारी है। आंखों की एलर्जी, अस्थमा, चर्म रोग या किसी अन्य रोग के लिए स्टेरॉयड दवाओं का प्रयोग करने से आंखों में दिक्कत आती है तो ऐसी दवाइयों के सेवन से बचें।आंखों में दर्द हो या आंखें लाल हो जाएं तो डॉक्टर से सलाह लेकर ही दवा का प्रयोग करें। जब आप सीधे देख रहे हों तो आंखों के किनारे से न दिखाई दे रहा हो तब जांच करवाएं। आंखों को पोषण देने वाले तत्वों जैसे बादाम, दूध, संतरे का जूस, खरबूजे, अंडा, सोयाबीन का दूध, मूंगफली आदि का ज्यादा मात्रा में सेवन कीजिए।
