जफराबाद। नगर पंचायत जफराबाद में आपसी कलह के कारण अब पूर्व चेयरमैन के कार्यकाल में नाला निर्माण के नाम पर रू0 15.20 लाख का किये गये घोटाले का प्रकरण लोगों के सामने आया है। इस प्रकरण में नाला निर्माण का कार्य दिखाकर 15 लाख 20 हजार रूपये का भुगतान दिखाकर सारा रूपया निकाल लिया गया है, जबकि बुधवार को अधिशासी अधिकारी एस0एन0सिंह को जाॅच के दौरान संबंधित स्थान पर नाला निर्माण का कार्य मिला ही नही। पहले वर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष एवं अब पूर्व चेयरमैन के कार्यकाल में हुआ उक्त घोटाला क्षेत्रवासियों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
एक पखवारे पूर्व नगर पंचायत जफराबाद के कार्यालय में फाइलों की जाॅच-पड़ताल एवं छटाई के दौरान एक ऐसी फाइल नगर पंचायत अध्यक्ष रेखा बरनवाल के समर्थक सभासदों के सामने दिख गयी जिसमें वर्ष 2011 में आदर्श नगर योजना के अन्र्तगत कस्बा जफराबाद के काजीअहमदनूर द्वितीय वार्ड में बांकेलाल यादव के मकान से लेकर लक्ष्मणटीला तक 400 मीटर की लम्बाई में नाला निर्माण के नाम पर तत्कालीन अध्यक्ष एवं ई0ओ0 द्वारा ठेकेदार जड़ावती देवी को रूपये 15 लाख 20 हजार का भुगतान किया गया है, जबकि सभासदों के अनुसार उक्त क्षेत्र में कोई नाला निर्माण का कार्य हुआ ही नहीं है। सभासदों ने बताया कि 15 दिन पूर्व नाला निर्माण के नाम हुए रू0 15.20 लाख के घोटाले की जाॅच कर दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही करने हेतु ई0ओ0 एस0एन0सिंह को लिखित शिकायत की गयी थी। अधिशासी अधिकारी एस0एन0 सिंह ने बुधवार को जब सभासदों के शिकायत के अनुसार मौके का स्थलीय निरीक्षण किया तो वहां पर कोई नाला निर्माण का कार्य न दिखाई देने पर उनके पैर से मानों जमीन खिसक गयी और कहा कि नाला निर्माण के नाम पर घोटाले की बू आ रही है। उन्होंने कहा कि मामले की जाॅच की जा रही है। जाॅच में दोषी पाये जाने वाले लोगों के विरूद्ध आवश्यक कार्यवाही की जायेगी। उधर नाला निर्माण के नाम पर हुए 15 लाख 20 हजार रूपये के घोटाले के बाबत जब पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष मनोरमा श्रीवास्तव से खबरनवीसों ने पूछा तो उन्होंने सारे आरोप बेबुनियाद बताये और निष्पक्ष जाॅच कराये जाने की बात कही। सभासद शाह नेयाज अहमद, शीतला प्रसाद गिरि, राम स्वारथ, शांति देवी, दिलशाद खां, परवेज कुरैशी व अन्य ने कहा कि यह तो सिर्फ एक बानगी भर है, यदि किसी ईमानदार उच्च स्तरीय अधिकारी से नगर पंचायत में अब तक हुए निर्माण कार्यो की निष्पक्ष जाॅच कराई जाय तो ऐसे कई घोटाले सामने आयेंगे। मालूम हो कि बीते जनवरी 2015 में वर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष रेखा बरनवाल के ऊपर विपक्षी सभासदों द्वारा सड़क व अन्य निर्माण कार्य के नाम पर रू0 74.00 लाख के घोटाले का आरोप लगाया था जिसकी जाॅच जिला प्रशासन द्वारा कराई जा रही है और अब रेखा बरनवाल के समर्थक सभासदों द्वारा पूर्व चेयरमैन मनोरमा श्रीवास्तव के कार्यकाल में नाला निर्माण के नाम किये गये 15 लाख 20 हजार रूपये के घोटाले का प्रकरण जनता के सामने लगाया है जो क्षेत्रवासियों में चर्चा का विषय बना हुआ है।