जौनपुर। शहर के होटल पर्यटक और अन्य लेगो के ठहरने से नहीं जिस्म फरोशी के धन्धे से चमकते जा रहे है। इस धन्धे को चलाने के लिए कई जगह दलालो का अड्डा है। एक दो होटलों को छोड़कर सभी होटल इसी के भरोषो फलफूल रहे है। इस रैकेट को चलाने के लिए दलाल मोबाइल का सहारा लेते हैं। सेटिंग हो जाने पर अच्छी कीमत लेकर लड़कियां, औरतें भेजी जाती हैं। कई महिलायें तो इस धन्धे में उतरने के बाद भी छोटा-मोटा व्यापार कर रखी हैं। जो रकम तय होती है। उसमें दलालो का 50 प्रतिशत का हिस्सा होता है। जगह मुहैया कराने का अलग से चार्ज लगता है। होटलों में यह घिनौना खेल प्रतिदिन बैखौफ खेला जाता है। शहर की पुलिस सब कुछ जानते हुए अंजान सी बनी रहती है क्यांेकि इस धन्धे में शामिल लोग सीधे उनके सम्पर्क में होते है और इसकी अच्छी कीमत चुकाते हैं । धीरे धीरे शहर के होटल जिस्म फरोशी के लिए मशहूर होता जा रहा है। इस धन्धे में शहरी व ग्रामीण क्षेत्र से लड़कियां व औरते शामिल हो रही हैं। शहर के प्रमुख स्थानो के होटलो ओलन्दगंज, जेसीज चौराहा, चहारसू चौराहा, वाजिदपुर तिराहा, सिपाह, पालिटेकनिक चौराहे आदि जगहो पर जिस्म फरोशी के लिए रैकेट चलाये जा रहे हैं। कई होटलों में तो लोग खुलेआम लड़कियां और औरतो को लेकर जाते हैं घण्टे के हिसाब से चार्ज चुकता करते हैं और चले आते हैं। सूचना के बाद भी पुलिस होटलों में जाने से कतराती है यदि चली भी गयी तो इधर उधर करके वापस आ जाती है।