जौनपुर। भ्रष्टाचार के इस युग में जहां इससे सभी पीडि़त हैं और इसे समाप्त करने के लिए सड़को पर प्रदर्शन किया जा रहा है। लेकिन इस पर नियंत्रण संभव नहीं ह¨ पा रहा है। अभी तक पुलिस पर सर्वाधिक अवैध धन कमाने के आरोप लगते रहे हैं। इन्हीं आरोपो की झड़ी में परिवहन विभाग भी इससे अछूता नहीं रह गया है और यह सभी विभागो आगे निकल गया है। जब संस्था का मुखिया ही अपने कर्मचारियो से महीना वसूली शुरू कर दे तो उस विभाग का क्या हाल होगा। परिवहन विभाग द्वारा यात्रियों को उनके गन्तब्य स्थान पर पहुंचाने के लिए लम्बी तथा छोटी दूरी के लिए बसे चलायी जाती हैं। इन बसो को चलाने के लिए परिवहन विभाग के केन्द्र प्रभारियो द्वारा चालको तथा परिचालको की ड्यूटी लगायी जाती है किन्तु जौनपुर डिपो में पक्षपात कर चालको तथा परिचालको की ड्यूटी लगायी जाती है। समय समय पर ड्युटी लगाने में धनवसूली का आरोप भी लगाया जाता है। दरअसल परिवन विभाग भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है। गर्मी के इस सीजन मेें बसो में लोगो को जगह नहीं मिल पा रही है। यात्री हलकान हो रहे हैं। लेकिन विभाग के लोगो राजस्व का अनेक प्रकार से नुकसान पहुंचाने में क¨र कसर नहीं छोड़ रहे हैं।