
नई दिल्ली। नेपाल में भूकंप से आई भारी तबाही के बाद वहां की स्थिति पर भारतीय संसद ने दु:ख जताया है। सोमवार को सत्र शुरू होते ही दो मिनट का मौन रखकर पूरी संसद ने तबाही में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ्ा सिंह ने कहा कि भारत सरकार की ओर से हर संभव मदद नेपाल को भेजी जा रही है। दोपहर 12 बजे संसद में भूकंप को लेकर चर्चा शुरू हुई। गृहमंत्री राजनाथा सिंह ने बिहार, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के मुख्यमंत्रियों द्वारा भूकंप के बाद जल्द से जल्द राहत और बचाव का काम शुरू करने के लिए सराहना करते हुए उनकी प्रशंसा की। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नेपाल का दर्द हमारा दर्द है। हम नेपाल की हर संभव मदद करेंगे।इस दौरान नेपाल को मदद को लेकर पूरी संसद एक नजर आई। सांसद मुलायम सिंह यादव ने चर्चा के दौरान अपनी एक माह की तनख्वाह नेपाल राहत कार्य में देने की घोषणा की। इसके साथ ही अपील की कि सभी सांसद अपने एक दिन की तनख्वाह इस मद में दें। इस पर सभी सांसद मदद के लिए तैयार हो गए। सभी सांसद अपने एक महीने का वेतन नेपाल में भूकंप पीड़ितों की सहायता के लिए देंगे।
इससे पहले कई सांसदों ने देश में भूकंप अाने की स्थिति में उचित प्रबंध न होने की ओर इशारा किया गया। कांग्रेस दल के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि नेपाल की त्रासदि दिल दहला देने वाली है। इस संकट की घड़ी में वे उनके साथ हैं। आरजेडी की ओर से कहा गया कि भूकंप को लेकर दिल्ली-एनसीआर तैयार नहीं है।