जौनपुर। बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर जयन्ती के अवसर पर शहर में विशाल जुलूस निकाला गया जिसमें उनके जीवन पर आधारित झांकियां निकाली गयी। डाक्टर भीम राव अम्बेडकर पुस्तकालय एवं समाजिक समिति के तत्वावधान में जौनपुर जंक्शन से हाथी, घोड़ा, बैलगाड़ी, ठेला व ट्रैक्टरों पर सजी बैण्ड बाजे के साथ निकाली गयी। जुलूस सुतहट्टी, कोतवाली, चहारसू, ओलन्दगंज होते हुए दीवानी तिराहा अम्बेडकर पार्क पर पहुंच कर सभा के रूप में परिवर्तित हो गयी। जहां उन्हे पुष्पांजलि अर्पित की गयी। सभा को सम्बोधित करते हुए दीपचन्दराम ने कहा कि बाबा साहब आधुनिक भारत के निर्माता व गरीब तथा दलितों के मसीहा थे। उन्हे जाति के दायरे में बन्द रखना उनके प्रति घोर अपमान करना है। उन्होने भारतीय संविधान के प्रस्तावना में कहा कि जाति विहीन, वर्ग बिहीन समाज के स्थापना के बिना समाज अधूरा रह जायेगा। डा0 विनोद कुमार ने कहा कि बाबा साहब अम्बेउकर द्वारा बनाया गया संविधान विश्व में सर्वोपरि है। जिसकी तुलना किसी से नहीं की जा सकती। स्वागत भाषण में महामंत्री हीरालाल सोनियां ने कहा कि इस देश का संविधान जो बाबा साहब ने बनाया उसे तोड़ने की साजिश की जा रही है। दलितों का आरक्षण में प्रमोशन प्रदेश सरकार ने वापस लेने का कार्य किया है। इससे क्षुब्ध अम्बेउकर वादी चुप नहीं बैठेगें। सभा को नगर पालिकाध्यक्ष दिनेश टण्डन, डा0 लाल बहादुर सिद्धार्थ, डा0 लालजी प्रसाद, साहब लाल, आजाद चन्दश्ेाखर, गुलजार राम, लालजीत, अखिलेश चन्द, अरविन्द कुमार, प्रेम चन्द, फौजदार निषाद, अशोक कुमार, जमुना प्रसाद, प्रेम प्रकाश, वंशराज आदि ने सम्बोधित किया। अध्यक्षता कर रहे श्रीराज एडवोकट ने बेहतर झांकियों को पुरस्कृत किया।
