जौनपुर। मोअल्लिम उर्दू वेलफेयर एशोसिएशन ने सहायक अध्यापक उर्दू के पद पर नियुक्ति के मामले को लेकर बुधवार को जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष धरना दिया और मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौपा। धरने को सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष जकिया मेहदी ने कहा कि प्रदेश सरकार बनने के बाद मोअल्लिम ए उर्दूू डिग्री धारकों को टीईटी पास होने के उपरान्त नियुक्ति करने का वादा किया गया था लेकिन बेसिक शिक्षा अधिकारियों द्वारा याचिका को आधार बनाकर नियुक्ति प्रक्रिया प्रारंभ करने में असमर्थता व्यक्त की गयी। जबकि हाईकोर्ट में योजित याचिका में जारी विज्ञापन को चुनौती दी गयी और न्यायालय द्वारा कार्यवाही रोकी गयी। उन्होने कहा कि उच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त प्रक्रिया पर कही सं रोक नहीं लगायी गयी। सरकार द्वारा उर्दू अध्यापक के 3350 पद स्वीकृत किये गये है। पूर्व में मोअल्लिम डिग्री धारकों की संख्या 6000 हजार है। सपा सरकार की मंशा सदैव उर्दू के प्रति उदारवादी रही है। सपा जब भी सत्ता में आयी उर्दू को रोजी रोअी से जोड़ने का कार्य किया। उर्दू डिग्रीधारकांे को वादे के मुताबिक सरकार को नियुक्ति देनी चाहिए। इस अवसर पर हाथ्फज जमालुद्दीन,फारूख अहमद खान, मोहम्मद हलीम, मुन्जिर फात्मा, रश्की बानो, रसीद अहमद, आलमगरीशाह, होमा बानो, शब्बी बानो आदि मौजूद रही।
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