जौनपुर। सरकारी कार्यालयों में अभिलेखों के रखरखाव में बरती जा रही लापरवाही के कारण उनके नष्ट होने का खतरा पैदा हो गया है। तमाम कागजात नष्ट होने के कगार पर है। इस बारे में न तो प्रशासन ध्यान दे रहा है और न ही सम्बन्धित अधिकारी। अनेक विभागों में सरकारी कागजात रखने का उचित रैक और आलमारियां नहीं है जिसकी वजह से कागजात इधर उधर रखे रहते है उनपर धूल गर्द और सीलन का असर होने से गलना शुरू हो जाते है। हाथ लगाते ही वे फटने लगते हैं और धीरे धीरे उनकी आयु समय से पहले पूरी हो जाती है। यह हाल अधिकतर कार्यालयों में है। कलेक्ट्रेट के अभिलेखागार में भी पत्रावलियां कपड़े में बांधकर रखी गयी है और उनके अस्तित्व पर खतरा मडराने लगा है। कुछ विभाग तो काजगातों के रखरखाव में गैर जिम्मेदाराना रवैये अपनाये हुए है। जब उन अभिलेखों की आवश्यकता होती है तो अधिकारी व कर्मचारी परेशान हो उठते है। सरकारीअभिलेखों में अनेक जरूरी सूचनायें व महत्वपूर्ण जानकारियां होती है। यह विभाग तथा सम्बन्धित व्यक्ति के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण होती है बावजूद इसके इसमें लापरवाही बरतना कर्मचारियों की आदत में शुमार हो गया है।
