वाराणसी। सिगरा थानाक्षेत्र के जयप्रकाश नगर कॉलोनी में बुधवार देर रात करीब तीन बजे 50 हजार के इनामी बदमाश आशीष चौबे उर्फ शुभम की संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से मौत हो गई। उस पर हत्या, लूट, रंगदारी और अपहरण के 23 मुकदमे दर्ज थे। वहीं, अब पुलिस इस छानबीन में जुटी हुई है कि बदमाश आशीष की हत्या की गई है या उसने सुसाइड किया है। सिगरा थानाध्यक्ष राजीव रंजन ने बताया कि मौत का रहस्य पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही खुल पाएगा।
एसपी क्राइम राहुल राज के मुताबिक, आशीष उर्फ शुभम को पकड़ने के लिए 50 हजार रुपए का इनाम रखा गया था। साथ ही मऊ, गाजीपुर, बलिया, आजमगढ़ में पोस्टर भी चस्पा किए गए थे। उन्होंने बताया कि उसका अपने गैंग के साथियों के साथ पैसे को लेकर विवाद चल रहा था। ऐसे में पुलिस यह कयास भी लगा रही है कि आशीष की हत्या पैसे की वजह से उसी के साथियों ने की है। वह काफी दिनों से वाराणसी में किराए का कमरा लेकर रह रहा था।
एसपी मऊ अनिल कुमार सिंह ने बताया कि मृतक आशीष बहुत कम उम्र में दर्जनों बड़े अपराधों को अंजाम दे चुका था। हत्या से कुछ दिन पहले ही उसने दिनदहाड़े मऊ में एक व्यवसायी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। मधुबन में हुई मुठभेड़ में वह फरार हो गया था, लेकिन उसके तीन साथी पकड़े गए थे।
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, 26 साल का मृतक बदमाश आशीष फिल्मी स्टाइल में चलती गाड़ी पर ही घटना को अंजाम देकर बड़ी आसानी से फरार हो जाता था। हत्या से पहले उसे सात जिलों की पुलिस तलाश कर रही थी। मऊ जिले में ही नहीं, बल्कि बलिया, गाजीपुर, आजमगढ़, मिर्जापुर, भदोही और जौनपुर समेत कई जिलों में लूट और हत्या के मुकदमे दर्ज थे।
